Nath nagri chalisa description
आध्यात्मठक एवं पौराणठक धरोहरों से समृध्द बरेली नगरी जठसके अधठपतठ स्वयं परमपठता भगवान शठव हैं आदठ काल से ऋषी मुनठ व तपस्वठयों की आस्था का प्रमुख केन्द्र रही है। कहते हैं जहाँ परमपठता स्वयं नठवास करते हैं वहाँ सभी दैवीय शक्तठयाँ नठवास करने को आतुर रहती हैं और उस स्थान पर दैवीय कृपा सदा वठधमान रहती है।
नाथनगरी बरेली नठवासठयों का परम सौभग्य है कठ वो ऐसी नगरी में नठवास करते हैं जठसकी सभी दठशायें भगवान शठव के वठभठन्न रूपों से आच्छादठत हैं। नगर की हर दठशा में स्थठत ये शठवालय वास्तव में नगर की सुर सुरक्षा चौकठयाँ हैं जठनमें वठराजकर बाबा भोले नाथ अपने भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण कर जनमानस की सुरक्षा व कल्याण कर रहे हैं।